भारतीय संविधान पर सर्वाधिक प्रभाव 1935 भारत शासन अधिनियम का पड़ा।
भारतीय संविधान पर सर्वाधिक विदेशी प्रभाव इंग्लेण्ड का पड़ा।
इंग्लैण्ड:
अमेरिका:
कनाडा:
आयरलैण्ड:
आस्ट्रेलिया:
जर्मनी/वाईमर
दक्षिण अफ्रिका
पूर्व सोवियत संघ (रूस)
फ्रांस
जापान
नोट - विधि द्वारा उचित प्रक्रिया (USA) अमेरिकी संसद के द्वारा बनाया गया कानून संविधान के विरूद्ध न होने पर भी वहां के SC को कानून पर जांच करने का अधिकार हैं
भारतीय संविधान पर सर्वाधिक विदेशी प्रभाव इंग्लेण्ड का पड़ा।
इंग्लैण्ड:
- संसदीय शासन प्रणाली
- संसदीय विशेषाधिकार
- दोहरी कार्यपालिका
- विधि निर्माण की प्रक्रिया
- विधि का शासन
- राष्ट्रपति
- मंत्रिमण्डल का सामूहिक रूप से लोकसभा के प्रति उत्तरदायी
- एकल/इकहरी नागरिकता
- विधि के समक्ष समानता
- महान्यवादी
- नियंत्रक महालेखा परिक्षक
- बंदी प्रत्यीक्षीकरण
- नौकरशाही
- PM व मंत्रि परिषद
- राष्ट्रीय के पास मृत्यु की सजा को माफ करने का अधिकार
अमेरिका:
- प्रस्तावना
- मूल अधिकार
- स्वतंत्र व निष्पक्ष न्यायपालिका
- संविधान की सर्वोच्चता
- उप राष्ट्रपति
- कानून का समान संरक्षण
- वित्तिय आपातकाल
- महाभियोग
- न्यायिक पुनार्वलोकन
कनाडा:
- संघात्मक शासन व्यवस्था
- केन्द्र सरकार के द्वारा राज्यों में राज्यपालों की नियुक्ति करना (नियुक्ति - राष्ट्रपति)
- राज्यपाल राष्ट्रपति के प्रसाद पर्यन्त अपने पद पर रहता है।
- अवशिष्ट शक्तियां केन्द्र के पास
- राष्ट्रपति के द्वारा सर्वोच्च न्यायलय से परामर्श लेना।
आयरलैण्ड:
- नीत-निर्देशक तत्व
- राष्ट्रपति द्वारा राज्यसभा में 12 सदस्य मनोनित करना
- राष्ट्रपति का निर्वाचन मण्डल
आस्ट्रेलिया:
- प्रस्तावना की भाषा
- समवर्ती सूचि
- संसद का संयुक्त अधिवेशन
जर्मनी/वाईमर
- आपातकाल के समय मूल अधिकारों का स्थगन
दक्षिण अफ्रिका
- संविधान संशोधन की प्रक्रिया (अनु. 368)
- राज्य सभा के सदस्यों की निर्वाचन प्रणाली
पूर्व सोवियत संघ (रूस)
- मूल कर्तव्य
- पंच वर्षिय योजना
- समाजवाद
फ्रांस
- गणतंत्र
- समानता
- स्वतंत्रता
- बंधुत्व
जापान
- विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया
- संसद के द्वारा बनाया गया कानून अगर संविधान के विरूद्ध है तो SC उसे निरस्त कर सकता है।
नोट - विधि द्वारा उचित प्रक्रिया (USA) अमेरिकी संसद के द्वारा बनाया गया कानून संविधान के विरूद्ध न होने पर भी वहां के SC को कानून पर जांच करने का अधिकार हैं
- मूल रूप से संविधान में कुल अनुच्देद - 395,
- वर्तमान में अनुच्छेद - 395
- मूल रूप से में संविधान में भाग - 22
- वर्तमान में संविधान में भाग - 22
- गणना के आधार पर वर्तमान में भाग - 25
- मूल रूप से अनु सूचियां - 8
- वर्तमान में अनुसूचियां - 12