भारत के कृषि उद्योग की महत्त्वपूर्ण जानकारी

 भारत का कृषि उद्योग
  •  भारत की कुल जनसंख्या का 52 %भाग अपनी आजीविका के लिए कृषि क्षेत्र पर निर्भर है।
  •  सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 14.2% (वित्तीय वर्ष 2010-11) इस क्षेत्र से मिलता है।
  • देश के कुल निर्यात में कृषि का योगदान लगभग 18 प्रतिशत है।
  • भारत में जोतों का आकार 1.41 हैक्टेयर
  •  भारत में सर्वाधिक जोतों का आकार 3.96 हैक्टेयर (15 बीघा राजस्थान में)
  •  भारत की 57 प्रतिशत भू-भाग पर कृषि की जाती है। यहां प्रति व्यक्ति कृषि भूमि का अनुपात केवल 0.31 हैक्टेयर है। जो कि विश्व में सर्वाधिक है।
कृषि फसलों का प्रकार - भारत में मोटे तौर पर तीन फसलें हैं -

  1. खरीफ की फसल
  2. रबी की फसल
  3. जाय की फसल
1. खरीफ की फसल (सावणी/स्यालु/चैमासा की फसलें)
  •  बुआई - जून-जुलाई
  •  कटाई - सितम्बर - अक्टूबर
  •  प्रमुख फसलें- धान (चावल), ज्वार, बाजरा, मक्का, कपास, गन्ना, तिल, सोयाबीन, मंगफली, मूंग, मोठ,
    जूट, अरहर, ग्वार आदि।
  •  सूड़ - खरीफ की फसल से पहले खेत से झाड़-फूस निकालना
  •  निनाण- खरीफ की फसल की बिजाई के बाद से खरपतवार हटाना
  •  लावणी - फसल की कटाई को लावणी कहते हैं।
2. रबी/हाड़ी/उन्यालू
  • बुआई -अक्टूबर - नवम्बर
  • कटाई - मार्च-अपे्रल
  • प्रमुख फसलें - गेहूँ, जौ, सरसों, चना, राई, अलसी, मटर, सूरजमुखी, जीरा, धनिया, तारामीरा, इत्यादि
  • मावठ- शीतकालीन वर्षा (चक्रवातीय वर्षा) रबी की गोल्डन ड्रोप्स
  • 3. जायद -(ब्ंजीब ब्तवच)
  • बुआई - मार्च - अप्रेल
  • कटाई- मई-जून
  • प्रमुख फसलें - तरबूज, खरबूजा, ककड़ी, टमाटर, चारा इत्यादि
फसल प्रतिरूप
1. खाद्यान्न फसल - (A) अनाज (B) दालें
  भारत की कुल कृषि का लगभग 66 प्रतिशत भाग खाद्यान्न फसलें हैं। भारत का सर्वाधिक खाद्यान्न उत्पादक राज्य-उत्तर प्रदेश
  (A) अनाज - भारत में कुल बोये क्षेत्र के लगभग 54 प्रतिशत भाग पर अनाज बोया जाता है। भारत विश्व का लगभग 11 प्रतिशत अनाज उत्पन्न करके अमेरिका व चीन के बाद तीसरे स्थान पर है।
  • चावल- चावल का जन्म स्थान दक्षिणी पूर्वी एशिया (चीन व भारत)
  • भारत विश्व का 22 प्रतिशत चावल उत्पादित करता है तथा चीन के बाद भारत का विश्व में दूसरा स्थान है।
  • भारत की कुल कृषि भूमि के 23 प्रतिशत भाग पर चावल बोया जाता है। 
  • भारत की अधिकांश आबादी का प्रमुख भोजन (खाद्य फसल) चावल है।
  • देश के प्रमुख पांच चावल उत्पादक राज्य - पं. बंगाल, पंजाब, उत्तर प्रदेश, आंन्ध्र प्रदेश व तमिलनाडु
  कृष्णा-गोदावरी डेल्टा को भारत को ‘चावल का कटोरा’ कहते हैं।
  सर्वाधिक उत्पादन - पं. बंगाल
  प्रति हैक्टेयर सर्वाधिक उत्पादन - पंजाब
  नोट:- पं. बंगाल के किसान चावल की तीन फसलें लेते है। जिन्हें औस, अमन तथा बोरो कहा जाता है।
  • गेहूँ :- भारत में चावल के पश्चात गेहूँ दूसरा प्रमुख अनाज है।
  • भारत विश्व का 12 प्रतिशत गेहूँ का उत्पादन करता है।
  •  इस फसल का 85 प्रतिशत क्षेत्र भारत के उत्तरी मध्य भाग तक केन्द्रित हैै।
  •  गेहूँ के पाँच प्रमुख उत्पादक राज्य - उत्तर प्रदेश (32.73%) पंजाब (20.43%), हरियाणा (20.11%), मध्यप्रदेश (11.73%) राजस्थान (9.72%)
  •  प्रति हैक्टेयर सर्वाधिक उत्पादन - पंजाब (40 क्वि. प्रति हैक्टेयर)
  •  देश में 1966-67 में ‘हरित क्रान्ति’ आई, जिससे गेहूँ के उत्पादन में आश्चर्य जनक वृद्धि हुई। जन्मदाता (M.S. Swami नाथन)
  •  गेहूँ उत्पादन में भारत का विश्व में तीसरा स्थान है। 
  • पहला - चीन दूसरा USA का है।
 ज्वार :- ज्वार का जन्म स्थान अफ्रीका व भारत
  •  कुल बोए क्षेत्र के 5.3 प्रतिशत भाग पर ज्वार बोया जाता है।
  •  महाराष्ट्र राज्य अकेला देश की आधे से अधिक ज्वार उत्पादन करता है। 
  • अन्य प्रमुख ज्वार उत्पादक - कर्नाटक, मध्य प्रदेश, आन्ध्रप्रदेश
  •  दक्षिण राज्यों में यह खरीफ तथा रबी दोनों ऋतुओं में बोया जाता है
बाजरा :-यह फसल देश के कुल बोये क्षेत्र के लगभग 5.2 प्रतिशत भाग पर बोई जाती है।
  •  भारत में पश्चिम तथा उ.प. भागों में गर्म तथा शुष्क जलवायु मंे बाजरा बोया जाता है।
  • प्रमुख उत्पादक राज्य - महाराष्ट्र, गुजरात (2), उत्तर प्रदेश (3), राजस्थान (1) व हरियाणा
मक्का :- मक्का का जन्म स्थान - दक्षिणी अमेरिका
  •  यह फसल कुल बोये क्षेत्र के 3.6 प्रतिशत भाग में बोई जाती है। प्रमुख उत्पादक राज्य-मध्यप्रदेश, आंधप्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान व उत्तर प्रदेश।
  • विश्व में सर्वाधिक मक्का का उत्पादन - अमेरिका
  • दालें - विश्व में सबसे अधिक क्षेत्र में दलहन की खेती करने वाला देश भारत (11ः भूमि पर) ही है। भारत दालों का प्रमुख उत्पादक देश है तथा विश्व की लगभग 20 प्रतिशत दालें उत्पन्न करता है।
  • प्रमुख उत्पादक राज्य - महाराष्ट्र (प्) मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश
चना - चना उपोष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों की फसल है।
  • प्रमुख उत्पादक राज्य - मध्यप्रदेश(1), उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, आन्ध्र प्रदेश
अरहर (तुर) - यह देश की दूसरी प्रमुख दाल फसल है। इसे लाल चना तथा रीजन पी. के नाम से भी जाना जाता है।

  •  भारत के कुल बोये गये क्षेत्र के लगभग 2 प्रतिशत भाग पर इसकी खेती की जाती है।
  • प्रमुख उत्पादक - महाराष्ट (एक तिहाई उत्पादन), उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, गुजरात तथा मध्य प्रदेश
तिलहन:- खाद्य तेल निकालने के लिए तिलहन की खेती की जाती है।

  •  मूूंगफली:- भारत विश्व में 17 प्रतिशत मूंगफली का उत्पादन करता है। यह मुख्यतः शुष्क प्रदेशों की वर्षा आधारित खरीफ फसल है, परन्तु दक्षिण भारत में यह रबी ऋतु मं बोई जाती है।
  • प्रमुख उत्पादक राज्य- गुजरात (प्) तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक तथा महाराष्ट्र
  • तोरिया व सरसों - तोरिया व सरसों में बहुत से तिलहन सम्मिलित है, जैसे - राई, सरसों, तोरिया व तारामीरा आदि।
  • प्रमुख उत्पादक राज्य- राजस्थान (प्) (एक तिहाई उत्पादन) उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पं. बंगाल, मध्यप्रदेश

रेशमदार फसलें:-

  • कपास - कपास का जन्म स्थान - भारत
  •   भारत कपास के उत्पादन में विश्व में चीन, अमेरिका तथा पाकिस्तान के बाद चैथा स्थान रखता है।
  •   यहां विश्व के समस्त कपास उत्पादन का 8.3 प्रतिशत भाग का उत्पादन होता है।
  •   देश के समस्त बोए क्षेत्र के 4.7ः क्षेत्र पर कपास बोया जाता है।
  •   कपास के क्षेत्र में भारत ऐसा पहला देश है जहां कपास की संकर किस्म विकसित की गई।
  •   अमेरिकन कपास को देश के उ.प. भाग में ‘नरमा’ कहा जाता है।
  • प्रमुख कपास उत्पादक राज्य - गुजरात (प्) मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, आन्ध्रपदेश, पंजाब व हरियाणा, प्रति हैक्ट. सर्वाधिक उत्पादन-पंजाब

जूट/पटसन/गोल्डन फाइबर -

  •   भारत विश्व का लगभग 40 प्रतिशत जूट का उत्पादन करता है।
  •   जूट उत्पादन में भारत का विश्व में बंगलादेश के बाद दूसरा स्थान है
  •   भारत में बड़े पैमाने पर जूट की खेती हुगली नदी घाटी क्षेत्र में की जाती है। प्रमुख उत्पादक राज्य- पं. बंगाल, (75%), बिहार, आसाम

नकदी फसलें/व्यापारिक फसलें -

  • गन्ना - गन्ना एक उष्ण कटिबंधीय फसल है। गंगा-सिंध के मैदानी भाग में इसकी अधिकतर बुआई उत्तर-प्रदेश तक सीमित है।
  • प्रमुख उत्पादक राज्य-उत्तर प्रदेश देश का 40 प्रतिशत गन्ना का उत्पादन करता है। प्रति है. सर्वाधिक उत्पादन - तमिलनाडु
  • अन्य उत्पादक राज्य- महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु तथा आंध्रप्रदेश

चाय - (रोपण कृषि) यह उत्तरी चीन के पहाड़ी क्षेत्र की देशज फसल है। भारत में चाय की खेती 1840 में असम की ब्रह्मपुत्र घाटी में हुई।

  •   भारत चाय का अंग्रेजी उत्पादक देश है तथा विश्व का लगभग 28 प्रतिश चाय का उत्पादन करता है।
  •   चाय निर्यातक देशों में भारत का श्रीलंका व चीन के बाद विश्व में तीसरा स्थान है।
  •   भारत में सबसे अच्छी किस्म की चाय/सुगन्धित चाय दार्पिलिंग (पं. बंगाल)
  •   सर्वाधिक चाय उत्पादक राज्य - असम
  •   हरी पत्ती की चाय - हिमाचल प्रदेश
  •  काॅफी (उष्ण कटिबन्धीय रोपण कृषि)  काॅफी की तीन किस्में- अरेबिका, रोबस्ता व लिबेरिका
  •   भारत अधिकतर उत्तम किस्म की ‘अरेबिका’ काॅफी का उत्पादन करता है।
  •   भारत मं विश्व की केवल 4.3 प्रतिशत काॅफी का उत्पादन होता है।
  •   ब्राजील, वियतनाम, कोलबिया, इंडोनिया तथा मैक्सिको के बाद भारत का विश्व में छठा स्थान है।
  •   कर्नाटक, केरल, व तमिलनाडु में पश्चिमी घाट की उच्च भूमि पर काॅफी की कृषि की जाती है। (नीलगिरी की पहाड़िय)
  •   देश के समस्त काॅफी उत्पादन का दो-तिहाई से अधिक भाग अकेले कर्नाटक राज्य से आता है।

  अन्य नकदी फसलें -
फसल उत्पादक राज्य
1. काजू केरल
2. केशर श्र - ज्ञ
3. रबड़ केरल
4. स्वच्छ जलीय मछली पं. बंगाल
5. अंगूर नासिक (महाराष्ट्र)
6. रेशम कर्नाटक
7. तम्बाकू
किस्में 1. निकोटीना राष्टीका,
2. निकोटीना टुबेकम आन्धप्रदेश
8. नारियल केरल
9. आलू उत्तर प्रदेश
10. गर्म मसाले मालाबार तट (केरल)
11. आम  उत्तर प्रदेश
(उत्पादन की दृष्टि से भारत विश्व में प्रथम - उत्तर प्रदेश)
कृषि क्रांतियां
क्रांति का नाम संबंध/विशेषता
1. हरित क्रांति - गेहूं का नाम

  • नोट:- भारत में हरित क्रांति की शुरूआत 1967-68 में हुई। भारत  हरित क्रांन्ति के जन्मदाता  स्वामीनाथन है।
  •   द्वितीय हरित क्रांति - 1983-84
  •   अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर हरित क्रान्ति के जन्मादाता - छण्म्ण् बाॅरलोग

2. भूरी क्रांति  
(1) उर्जा के गैर परम्परागत स्त्रोतों  के विकास हेतु। (राष्ट्रीय स्तर पर)
(2) खाद्य परिष्करण (राजस्थान में)
3. लाल क्रांति/माँस टमाटर उत्पादन
4. पीली क्रांति तिलहन उत्पादन
5. गोल क्रांति आलू उत्पादन
6. बादामी क्रांति मसालों के उत्पादन
7. सुनहरी क्रांति फल व सब्जियों
8. इन्द्र धनुष क्रांति/सप्तरंगी क्रांति सम्पूर्ण कृषि फसलों के उत्पादन से
9. नीली क्रांति मत्स्य उत्पादन से
10. श्वते क्रांति दुग्ध उत्पादन से
11. गुलाबी क्रांति झींगा उत्पादन
12. रजत क्रांति अण्डा उत्पादन
महत्वपूर्ण तथ्य:-
  पंजाब राज्य को ‘भारत का धान्य भण्डार’ कहते हैं।
  भारत दुग्ध उत्पादन में विश्व में प्रथम स्थान रखता है।
  दुग्ध उत्पादन में उत्तर प्रदेश राज्य भारत में अग्रणी है।
  दुग्ध उत्पादन से सम्बन्धित ‘आॅप्रेशन फ्लड कार्यक्रम’ 1970 ई. मंे प्रारम्भ हुआ।
  दुग्ध उत्पादन में श्वेत क्रांति श्रेय-डा. वर्गीज कुरियन (केरल)
विभिन्न संस्थान एवं बोर्ड -
1. केन्द्रीय शुष्क भूमि खेती अनुसंधन संस्थान - हैदराबाद (आन्ध्रप्रदेश)
2. राष्ट्रीय रसदार फल अनुसंधान केन्द्र-नागपुर (महाराष्ट्र)
3. काॅफी बोर्ड - बंगलुरू (कर्नाटक)
4. रबड़ बोर्ड - कोट्टायम (केरल)
5. चाय बोर्ड - कोलकाता (पं. बंगाल)


6. तम्बाकू - गुण्टूर (आंध्रप्रदेश)