VIKRAMAADITY UDAYASINH (1537 )


उदय सिंह :- (1537 _1572)
  • उदय सिंह का जन्म चित्तौड़गढ़ में हुआ था |
  •  पन्नाधाय (गुर्जर जाति) ने पत्तल चुगने वाली कीरत बारी की सहायता से उदय सिंह को चित्तौड़गढ़ से निकाला तथा कुंभलगढ़ दुर्ग के द्वारपाल आशा देवपुरा की सहायता से कुंभलगढ़ दुर्ग में रखा |
  •  उदय सिंह का राज्याभिषेक 1537 ईस्वी में कुंभलगढ़ दुर्ग में हुआ |
  •  9 मई 1540 ईसवी को यही उदयसिंह के पुत्र महाराणा प्रताप का जन्म हुआ |
  •  अफगान शासक शेरशाह सूरी ने चित्तौड़गढ़ पर आक्रमण किया तो उदय सिंह ने दुर्ग की चाबियां शेरशाह सूरी तक पहुंचा दी |
  •  अफगानों की अधीनता स्वीकार करने वाला मेवाड़ का पहला राजा उदय सिंह था |
  •  1559 में उदय सिंह ने उदयपुर /झीलों की नगरी/ पूर्व का वेनिस नगर बसाया |
  •  छापामार पद्धति (गोरिल्ला पद्धति) का सर्वप्रथम प्रयोग करने वाला राजस्थान का प्रथम राजा उदय सिंह था |
  • 1567 ही में अकबर ने चित्तौड़ पर आक्रमण किया तब उदय सिंह सिरोही चला गया वह चित्तौड़गढ़ दुर्ग अपने सैनिक जयमल फत्ता को सौंप गया |
  •  जयमल फत्ता की छतरीया चित्तौड़गढ़ दुर्ग में बनी हुई है |
  •  जयमल और फत्ता- पत्ता की वीरता से प्रभावित होकर अकबर ने आगरा दुर्ग के बाहर इनकी मूर्तियां बनवाई ऐसी ही मूर्तियां जूनागढ़ दुर्ग बीकानेर के बाहर स्थित है |
  •  1572 ईस्वी में गोगुंदा में उदयसिंह की मृत्यु हो गई और इसी स्थान पर उसके पुत्र महाराणा प्रताप का राज्याभिषेक हुआ |